Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi | बल तथा गति के नियम (Force and Law of Motion) Best Science Notes

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi : BSEB Class 9th chapter 3 Notes in Hindi: बल तथा गति के नियम(Force and law of motion) बल वह भौतिक कारक है जो किसी वस्तु पर लगकर उसके स्थान को बदल देता है या बदलने की प्रवृत्ति रखता है बल कहलाता है |

class 9th chapter 3 notes in Hindi NCERT notes class 9th chapter 3 class 9th Physics chapter 3 notes in Hindi : Physics class 9th chapter 3 pdf 9th class notes class 9th science notes chapter 3 class 9th Physics chapter 3 9th science notes in Hindi

Table of Contents

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi
Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

हम आपके लिए इस chapter बल तथा गति के नियम(Force and law of motion) में कम समय में परिक्षा की तैयारी करने के लिए शाँट नोट्स लाए है। जिनसे आप अपनी परिक्षा की तैयारी कम से कम समय में कर पायेंगे । इस पोस्ट में हमने इस chapter का हरेक point को आसान भाषा में cover कियें है जो आप कभी नहीं भुल पाएंगे

  • नाम                संकेत                   अंग्रेजी नाम
  • द्रव्यमान            M                      Mass
  • त्वरण               a                       acceleration
  • बल                  F                      Force
  • प्रारंभिक वेग       u                      Initial velocity
  • अंतिम वेग          v                      final velocity
  • समय                t                       Time
  • संवेग                p                      Momentum
  • आवेग               i                       Impulse
  • वेग                  V                      Velocity
  • संवेग = द्रव्यमान X वेग या   P= m x v
  • बल = द्रव्यमान X त्वरण या  F= m x a या F= P2-P1/ t
  • जहाँ P1 = प्रारंभिक वेग तथा P2 = अंतिम वेग
  • आवेग = बल X समय या  I = f x t

संवेग संरक्षण सिद्धांत के अनुसार

m1u1+m1u1=m1v1+m2v2

बल(Force

बल वह भौतिक कारक है जो किसी वस्तु पर लगकर उसके स्थान को बदल देता है या बदलने की प्रवृत्ति रखता है बल कहलाता है

  • बल का s / i मात्रक न्यूटन(N) होता है
  • बल का C.G.S मात्रक डाईन(D) होता है

बल के प्रभाव

  • चाल में परिवर्तन लाता है
  • दिशा में परिवर्तन लाता है
  • आकृति में परिवर्तन लाता है

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

बल के प्रकार

स्पर्श बल

जब दो वस्तुएं परस्पर संपर्क में रहकर बल का अनुभव करती है तो ऐसे बलों को स्पर्श बल कहते हैं जैसे पेशीय बल घर्षण बल इत्यादि

दुरी पर क्रिया बल

वह बल जो किसी वस्तु को स्पर्श किए बिना ही उस वस्तु पर आरोपित होती है उसे दूरी पर क्रिया बल कहते हैं जैसे चुंबकीय बल विद्युत बल गुरुत्वाकर्षण बल स्थिर वैद्युत बल इत्यादि

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

पेशिय बल

शरीर की मांसपेशियों द्वारा लगाए गए बल को पेशीय बल कहते हैं जैसे लिखना चलना चापाकल चलाना किसी चीज को खाना या किसी को पीटना सांस लेना साइकिल चलाना बैल द्वारा टायर को खींचना इत्यादि

विधुत बल

विद्युत आवेशों के बीच क्रियाशील बल को विद्युत बल कहते हैं जैसे प्लास्टिक की सूखी कंघी को बालों में रगड़ कर कागज के छोटे-छोटे टुकड़ों को अपनी ओर खींच लेना

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

चुम्बकिय बल

चुंबक के ध्रुव के बीच लगने वाले बल को चुंबकीय बल कहते हैं जैसे लोहे की कांटी लोहे की अल्पित इत्यादि को चुंबक द्वारा अपनी ओर आकर्षित करना

घर्षण बल

दो वस्तुओं की संपर्क सतहों के बीच लगने वाले गति विरोधी बल को घर्षण बल कहते हैं जैसे जमीन पर चलना पेड़ पर चढ़ना या उतरना कांटी ठोकना इत्यादि

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

परिणामी बल

किसी वस्तु पर लगने वाला वह अकेला बल जो उस वस्तु पर एक साथ क्रियाशील अनेक बलों के समान प्रभाव उत्पन्न करता है परिणामी बल कहलाता है

संतुलित बल

जब किसी वस्तु पर एक साथ अनेक बल इस प्रकार हो कि उसका परिणामी बल शून्य हो तो ऐसे बलों को संतुलित बल कहते हैं |

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

असंतुलित बल

जब अनेक बल किसी वस्तु पर एक साथ क्रियाशील हो और उनका परिणामी बल शुन्य न हो तो ऐसे बलों को असंतुलित बल कहते हैं |

न्यूटन के प्रथम गति के नियम(Newton’s first law of motion)

इस नियम के अनुसार प्रत्येक वस्तु विराम या गतिशील अवस्था में तब तक रहती है जब तक कि उस पर कोई वाह्य बल का प्रयोग न हो

  • न्यूटन के गति का पहला नियम बल तथा जड़त्व की परिभाषा देता है
  • 1680 ईस्वी में प्रकाशित न्यूटन द्वारा लिखित पुस्तक में प्रिंसिपिया में उन्होंने गति संबंधित नियम दिया

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

जड़त्व(Inertia)

जड़त्व का अर्थ है परिवर्तन ना होना अर्थात वह गुण जिसके कारण वस्तु अपनी गति या विराम की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करती है जड़त्व कहलाता है

जड़त्व के प्रकार

विराम जड़त्व

किसी वस्तु का वह गुण जिस गुण के कारण वह वस्तु अपनी विराम अवस्था बनाए रखना चाहती है विराम जड़त्व कहलाता है

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

जब स्थिर बस अचानक चल पड़ता है तो बस में बैठे यात्री पीछे की ओर झुक जाता है क्यों?

क्योंकि यात्री के शरीर का निचला भाग जो बस की सतह के संपर्क में रहता है बस की गति के साथ गति में आ जाता है लेकिन शरीर का ऊपरी भाग विराम जड़त्व के कारण विराम में ही रह जाता है इसलिए यात्री पीछे की ओर झुक जाता है

किसी डंडे के प्रहार द्वारा दरी की धूल झर जाती है क्यों?

क्योंकि डंडे के प्रहार के कारण दरी गति अवस्था में आ जाती है लेकिन विराम जड़त्व के कारण धूल कण विराम में रह जाते हैं और गुरुत्व बल के अधीन नीचे गिर जाते हैं इस प्रकार धूल कण दरी से अलग हो जाते हैं

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

गति जड़त्व

किसी वस्तु का वह गुण जिस गुण के कारण वह वस्तु एक समान गति की अवस्था बनाए रखना चाहती है गति जड़त्व कहलाता है

चलती हुई बस के अचानक रुकने पर बस में बैठे यात्री आगे की ओर झुक जाता है क्यों?

क्योंकि यात्री के शरीर का निचला भाग बस की सतह के संपर्क में रहता है बस के रुकते ही विराम में आ जाता है लेकिन गति जड़त्व के कारण शरीर का ऊपरी भाग गति में रहना चाहता है फलस्वरुप बस में बैठे यात्री आगे की ओर झुक जाता है

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

चलती बस से बाहर कूदना खतरनाक होता है क्यों?

क्योंकि चलती हुई बस के साथ-साथ उसमें सवार व्यक्ति भी गति की अवस्था में रहता है जबकि बस से बाहर कूदता है तो उसके पैर जमीन पर घर्षण के कारण विराम में आ जाते हैं लेकिन शरीर का ऊपरी भाग जड़त्व के कारण गतिशील अवस्था में ही बना रहता है जिसके फलस्वरूप वह बस की दिशा में ही आगे गिर जाता है और उससे घायल होने की संभावना बढ़ जाती है

दिशा जड़त्व

किसी वस्तु का वह गुण जिसके कारण वस्तु अपनी गति की दिशा बनाए रखना चाहती है दिशा जड़त्व कहलाता है

घूमती हुई साइकिल के पहिए में लगा किचड स्पर्श रूप से बाहर उड़ता है क्यों?

क्योंकि दिशा जड़त्व के कारण पहिए में लगा कीचड़ पहिए की गति की दिशा में उड़ता है जिसके फलस्वरूप साइकिल के आगे या पीछे कीचड़ अन्य वाहनों पर या अन्य व्यक्ति पर उड़कर पड़ जाता है

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

संवेग(Momentum)

किसी वस्तु के द्रव्यमान और वेग के गुणनफल को उस वस्तु का संवेग कहते हैं इसे p द्वारा सूचित किया जाता है अर्थात 

p = mv

  • संवेग एक सदिश राशि है
  • संवेग का s / i मात्रक Kg m/s होता है

न्युटन के द्वितीय गति के नियम(Newton’s second law of motion)

इस नियम के अनुसार किसी वस्तु के संवेग में परिवर्तन की दर उस वस्तु पर लगे असंतुलित बल के समानुपाती होती है अर्थात् p2-p1/t ∞f

p2 – p1 = अंतिम वेग

p1 = प्रारंभिक वेग

f= बल

t = समय

f= ma

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

  • न्यूटन के द्वितीय गति के नियम से बल की माप या बल का समीकरण प्राप्त होता है
  • बल का s / i मात्रक न्यूटन होता है

एक न्युटन(One newton)

एक kg द्रव्यमान की वस्तु पर एक m/s² त्वरण उत्पन्न करने के लिए आवश्यक बल के परिणाम को एक न्यूटन कहते हैं

आवेग(Impulse)

किसी वस्तु पर आरोपित बल एवं बल के कार्य करने के समय के गुणनफल को आवेग कहते हैं इसे । द्वारा सूचित किया जाता है

  • आवेग का s / i मात्रक न्यूटन सेकंड(Ns) होता है
  • यह एक सदिश राशि होता है

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

क्रिकेट खिलाड़ी कैच लेते समय अपने हाथों को पीछे कि ओर खींच लेता है क्यो?

क्योंकि खिलाड़ी कैच लेते समय हाथों को पीछे की ओर खींच कर गेंद को पकड़ने में लगा समय बढ़ा देता है जिससे संवेग में परिवर्तन की दर कम हो जाती है और उसके हाथों पर कम बल लगता है जिससे उसे चोट नहीं लगती है यही वह अचानक गेंद को रोके तो समय का मान बहुत कम होने के कारण उसके हाथों पर एक बड़ा बल लगेगा और उसे चोट का अनुभव होगा |

बंदूक से निकली गोली खिड़की के शीशे के कांच को छेद करते हुए निकल जाती है जबकि फेंका गया पत्थर का टुकड़ा कांच को चकनाचूर कर देता है क्यों?

क्योंकि बंदूक से निकली गोली का वेग बहुत अधिक होती है जिसके कारण शीशे गोली के संपर्क में आने वाले कांच का हिस्सा गतिमान हो जाता है और बाकी विराज में ही बने रहते हैं जिससे एक छेद हो जाता है इसके विपरीत पत्थर के टुकड़े का वेग अपेक्षाकृत कम होता है इसलिए पत्थर के अलावे आसपास के संपर्क में आने वाली काँच भी गति में आ जाती है जिससे कांच कई टुकड़ों में टूट जाता है |

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

न्युटन के गति का तीसरा नियम(Newton’s third law of motion)

इस नियम के अनुसार क्रिया तथा प्रतिक्रिया एक साथ होती है लेकिन दो अलग वस्तु पर कार्य करती है |

न्यूटन के तीसरा गति के नियम से दो वस्तुओं के बीच लगने वाले बल के साथ संबंध बताता है |

क्रिया

जब एक वस्तु दुसरी वस्तु पर बल लगाती है तो उसे क्रिया कहते है।

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

प्रतिक्रिया

जब दुसरी वस्तु पहली वस्तु पर बल लगाती है तो उसे प्रतिक्रिया कहते है।

अन्योन्य क्रिया

क्रिया तथा प्रतिक्रिया के सम्मलित रूप को अन्योन्य क्रिया कहते है।

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

बंदुक से गीली चलने पर पीछे कि ओर झटका लगता है क्यों?

क्योंकि जब बंदुक से गोली छोड़ी जाती है तो बंदुक द्वारा गोली पर आगे की ओर बल लगता है अतः न्यूटन के गति के तीसरे नियम के अनुसार गोली द्वारा बंदूक पर भी उतना ही बल पीछे की ओर लगता है जिससे बंदूक चलाने वाले पीछे की ओर झटका देता है |

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

नाव के किनारे से कूदने पर नाव पीछे की ओर खिसक जाती है क्यों?

क्योंकि जब कोई व्यक्ति नाव के किनारे के तरफ से कूदता है तो वह अपने पैरों से नाव पर पीछे की ओर बल लगाता है और नाव द्वारा भी प्रतिक्रियात्मक बल उस व्यक्ति पर लगता है और बढ़ जाता है और नाव पीछे की ओर गतिशील हो जाती है

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

हवा से भरे गुब्बारा के मुंह को नीचे की ओर करके उसका मुंह खोल देने पर बैलून ऊपर की ओर क्यों उठता है?

हवा से भरे बैलून के मुंह को नीचे की ओर करके उसका मुंह खोलने पर उसमें भरी हवा नीचे की ओर एक बार लगाता है और बैलून ऊपर की दिशा में गतिमान हो जाता है

Physics class 9th chapter 3 Notes in Hindi

संवेग संरक्षण का नियम

इस नियम के अनुसार किसी वाह्य असंतुलित बल की अनुपस्थिति में दो या दो से अधिक पिंडों के संवेग बीजीय योग हमेशा स्थिर रहता है अर्थात्

पिंडो के टक्कर से पहले का कुल संवेग = पिंडो के टक्कर के बाद कुल संवेग अर्थात् m1u1 + m2u2 = m1v1+m2 v2

Also Read :

Physics class 9th chapter 1 Notes in Hindi

Physics class 9th chapter 2 Notes in Hindi

Leave a Comment